Home देश जम्‍मू-कश्‍मीर में बादल फटने से कई मकान व वाहन बहे, नुकसान की जानकारी नहीं

जम्‍मू-कश्‍मीर में बादल फटने से कई मकान व वाहन बहे, नुकसान की जानकारी नहीं

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श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले के कंगन इलाके में रविवार को बादल फटा गया जिसमें कई मकान और गाड़ियां बह गई। मलबा रोड पर आने से श्रीनगर नेशनल हाईवे और श्रीनगर-कारगिल रोड बंद कर दिया गया है। कवचरवान, चेरवा और पडबल गांव सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। अभी किसी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है।
जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले में बादल फटने से सड़क भी क्षतिग्रस्त हो गई है। जिससे श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया है। कई मकान और वाहन को भी नुकसान पहुंचा है। बादल फटने से आई बाढ़ मकानों समेत कुछ इमारतों को नुकसान हुआ है। वहीं मई माह में भी बादल फटने से सड़क क्षतिग्रस्त हो गई थी। लोगों को  मदद देने के लिए अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। राजमार्ग के बंद होने से कश्मीर घाटी लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश से संपर्क कट गया है जबकि अमरनाथ यात्रा के लिए बालटाल शिविर जाना भी दुर्गम हो गया है। नुकसान का आकलन करने अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। स्थानीय लोगों मुताबिक कंगन, गांदरबल में बादल फटने से फसलों को भी नुकसान पहुंचा है। 

भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी 


दूसरी तरफ मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश और राजस्थान में रविवार को भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। मध्य प्रदेश में पिछले तीन दिन से लगातार तेज बारिश का दौर जारी है। प्रदेश के दस बड़े डैमों में पानी ओवरफ्लो हो गया है जिसके चलते डैमों के गेट खोल दिए गए थे। राज्य में 21 जून को मानसून की दस्तक के बाद से अब तक 58फीसदी यानी 21.6 इंच बारिश हो चुकी है। यह सामान्य से 2.6 इंच ज्यादा बारिश हो चुकी है।

अब तक 21फीसदी ज्यादा बरसात 


वहीं राजस्थान में मानसून सीजन में अब तक 21फीसदी ज्यादा बरसात हो चुकी है। राज्य में आमतौर पर एक जून से तीन अगस्त तक 231.3मिमी औसत बरसात होती है, जबकि इस सीजन में अब तक 280.6मिमी बरसात हो चुकी है। हिमाचल प्रदेश में बीते कुछ दिनों में बादल फटने की घटनाओं के कारण 114 सड़कें बंद हैं। मौसम विभाग ने राज्य में सात अगस्त तक भारी बारिश का अनुमान जताया है और यलो अलर्ट जारी किया है। राज्य में 27 जून से एक अगस्त के बीच बारिश, बाढ़ और लैंडस्लाइड में 79 लोगों की मौत हुई है।

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