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भोपाल में जर्जर स्कूलों का पता लगाएंगे अफसर

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भोपाल ।  मध्यप्रदेश के सागर में दीवार गिरने से 9 बच्चों की मौत से भोपाल के अफसर भी हरकत में आए हैं। सोमवार को कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने इस मुद्दे पर मीटिंग बुलाई और अफसरों को जर्जर स्कूलों का पता लगाने को कहा। कलेक्टर सिंह ने कहा कि शिक्षा विभाग, नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, आरईएस के अफसर-इंजीनियर एक-एक स्कूल की जांच करें। यदि बिल्डिंग जर्जर है तो बच्चों को शिफ्ट करके उसकी मरम्मत कराई जाए।बता दें कि सागर के शाहपुर में रविवार को दीवार गिरने से बच्चों की मौत हुई थी। सोमवार को मंत्री विश्वास सारंग ने भी नरेला विधानसभा क्षेत्र के स्कूलों में पहुंचकर निरीक्षण किया। वहीं, कलेक्टर सिंह ने कलेक्टोरेट में मीटिंग की।

डीईओ से ली जानकारी
मीटिंग में डीईओ एनके अहिरवार से कलेक्टर ने सभी स्कूल भवनों के सर्वे की जानकारी ली। कहा कि मरम्मत योग्य और जर्जर स्कूलों की जानकारी क्षेत्रीय एसडीएम से साझा करें। जहां शिफ्टिंग की आवश्यकता है, वहां बच्चों की वैकल्पिक व्यवस्था कर शिक्षण कार्य जारी रखें। ग्रामीण क्षेत्रों में आरईएस के इंजीनियर और नगरीय क्षेत्रों में नगर निगम के इंजीनियरों को सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों भवनों का सर्वे करना है। नगर निगम, पीडब्ल्यूडी और आरईएस को मिलकर यह काम करेंगे।

कलेक्टर के प्रतिनिधि के रूप में फील्ड में रहे एसडीएम
कलेक्टर ने सभी एसडीएम को फील्ड में अधिक रहने और कलेक्टर के प्रतिनिधि के रूप में कार्य करने को कहा। सामूहिक कार्यक्रमों पर नजर रखने और आवश्यक सुरक्षा उपाय अपनाने के भी निर्देश भी दिए। ताकि किसी भी प्रकार की जनहानि न हों। कलेक्टर ने टीएल मीटिंग में सीएम हेल्पलाइन एवं एकीकृत पत्र समीक्षा, जनशिकायत निवारण प्रणाली अंतर्गत समय-सीमा प्रकरण की विभाग एवं अनुभागवार समीक्षा की। बैठक में बैरसिया अनुभाग की समीक्षा के दौरान बैरसिया एसडीएम को प्रति मंगलवार को समस्त प्रमुख अधिकारियों की उपस्थिति में जनसुनवाई करने के निर्देश दिए गए।

राजस्व महाअभियान की भी समीक्षा
कलेक्टर ने राजस्व महाअभियान 2.0 की समीक्षा करते हुए कहा कि अभियान की गति बढ़ाए। उन्होंने सभी एसडीएम से समस्या के बारे में पूछा और जरूरी निर्देश दिए। बंटवारा, सीमांकन, नक्शा तरमीम के अधिक मामलों का निराकरण करने और अधिक से अधिक ई-केवाईसी करने को कहा गया। जिला पंचायत सीईओ ऋतुराज सिंह, एडीएम हिमांशु चंद्र, हर्षल पंचोली, भूपेंद्र गोयल, अंकुर मेश्राम भी मौजूद थे।

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