Home राज्यमध्यप्रदेश मातृ-मृत्यु दर को नियंत्रित करने के प्रयास जागरूकता और सक्रिय सहभागिता से सफल होंगे: उप-मुख्यमंत्री शुक्ल

मातृ-मृत्यु दर को नियंत्रित करने के प्रयास जागरूकता और सक्रिय सहभागिता से सफल होंगे: उप-मुख्यमंत्री शुक्ल

by

भोपाल : उप-मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने श्यामशाह मेडिकल कालेज रीवा से प्रदेश में गर्भवती महिलाओं की निःशुल्क जाँच अभियान का शुभारंभ किया। उप-मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि प्रधानमंत्री जननी सुरक्षा कार्यक्रम के तहत हर माह की 9 और 25 तारीख को गर्भवती महिलाओं की नि:शुल्क जाँच के शिविर सभी अस्पतालों में लगाए जाएंगे। इनमें गर्भवती महिलाओं को जाँच, उपचार, दवा और आने-जाने की सुविधा नि:शुल्क दी जाएगी। कार्यक्रम में वीडियो कान्फ्रेंसिंग से शामिल मण्डला और रतलाम जिले के हितग्राहियों से उप-मुख्यमंत्री ने संवाद किया। वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के समस्त अस्पताल और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा सिविल सर्जन शामिल हुए।

उप-मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि मातृ-मृत्यु दर और शिशु-मृत्यु दर को नियंत्रित करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री जननी सुरक्षा कार्यक्रम के तहत हर गर्भवती महिला को नि:शुल्क जाँच, उपचार और दवा की सुविधा दी जा रही है। इस कार्यक्रम के तहत यदि शासकीय अस्पताल में सोनोग्राफी की सुविधा नहीं है तो गर्भवती महिला की निजी सोनोग्राफी केन्द्र में सोनोग्राफी कराई जाएगी। इसकी राशि का भुगतान सरकार करेगी। सरकारी अस्पताल से जारी वाउचर से महिला सात दिन में कभी भी अपनी जाँच सोनोग्राफी सेंटर में करा सकती है। सही समय में रिस्क चिन्हांकन से उचित निदान कर सुरक्षित प्रसव सुनिश्चित किया जायेगा। मातृ-मृत्यु दर को नियंत्रित करने में जागरूकता और नागरिकों की सक्रिय सहभागिता आवश्यक है। उल्लेखनीय है कि मातृ-मृत्यु दर और शिशु-मृत्यु दर नियंत्रित करने के प्रयासों में निजी अस्पतालों की भागीदारी देने वाला मध्यप्रदेश देश का दूसरा राज्य है। गर्भवती महिलाओं की निजी सोनोग्राफी केन्द्रों में जाँच के लिए 15 करोड़ रुपए का प्रावधान कर दिया गया है।

स्त्री रोग विशेषज्ञ और रेडियोलॉजिस्ट के पदों पर शीघ्र होगी भर्ती

उप-मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं का तेजी से विस्तार किया जा रहा है। इसके लिए बजट की कोई कमी नहीं है। शीघ्र ही स्त्री रोग विशेषज्ञ तथा रेडियोलॉजिस्ट के पदों पर भर्ती की जाएगी। विशेषज्ञ डॉक्टरों की पदस्थापना तथा आवश्यक उपकरण स्थापित करके सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में जिला अस्पताल के समकक्ष स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाएंगी। सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल रीवा के लिए दूसरी कैथलैब मशीन शीघ्र ही उपलब्ध हो जाएगी।

20 करोड़ की लागत से कैंसर क्रिटिकल केयर यूनिट के लिए भवन और 29 करोड़ लागत की लायनेक मशीन की व्यवस्था

उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि कैंसर क्रिटिकल केयर यूनिट के लिए रीवा में 20 करोड़ की लागत से भवन बनाया जा रहा है। इसमें कैंसर के उपचार के लिए 29 करोड़ रुपए की लायनेक मशीन खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। डॉक्टरों के साथ-साथ पैरामेडिकल स्टाफ और नर्सों की भी भर्ती की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के प्रयासों से गरीब से गरीब रोगियों के लिए भी एयर एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध हो गई है। उप-मुख्यमंत्री ने प्रसव-पूर्व जाँच पुस्तिका तथा पोस्टर का विमोचन किया।

संयुक्त संचालक डॉ अर्चना मिश्रा ने बताया कि प्रत्येक गर्भवती महिला को दवा, जाँच और आने-जाने की नि:शुल्क सुविधा दी जा रही है। जरूरत होने पर नि:शुल्क रक्ताधान का भी प्रावधान है। नगर निगम के अध्यक्ष व्यंकटेश पाण्डेय, रेडक्रास के समिति के अध्यक्ष डॉ प्रभाकर चतुर्वेदी, मेडिकल कालेज के डीन डॉ सुनील अग्रवाल, क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य डॉ केएल नामदेव, संजय गांधी हास्पिटल के अधीक्षक डॉ राहुल मिश्रा तथा बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।

You may also like

Leave a Comment