भोपाल । इस साल रवि के मौसम में खरीदे गए गेहूं के स्टाक को एफसीआई ने उठाने से मना कर दिया है। गेहूं खरीदी के बाद इसे सही तरीके से नहीं रखा गया। 100 से अधिक गोदाम का गेहूं रखे रखे खराब हो गया है। फ़ूड कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया ने इस सड़े हुए गेहूं को उठाने से मना किया।तब जाकर सरकार की नींद खुली है।
भारत में अन्न देवता की पूजा की जाती है। इस भारत में अन्न देवता का किस तरह से अपमान किया जाता है। यह इसका उदाहरण है। कुछ महीने पहले ही यह गेहूं खरीदकर गोदाम में रखा गया था। भारतीय खाद्य निगम के अधिकारियों ने गेहूं उठाने के पहले जब इसकी जांच की, तो मामला खुलकर सामने आया।
फ़ूड कारपोरेशन के अधिकारियों ने जब गेहूं उठाने से इनकार कर दिया। उसके बाद विभागीय मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की नींद खुली। उन्होंने वेयर हाउसिंग कॉरपोरेशन की जिम्मेदार अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने के लिए, नागरिक आपूर्ति विभाग से रिपोर्ट तलब की है। 3 दिन के अंदर रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है।
हजारों क्विंटल गेहूं रखे रखे सड गया। सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान होना तय है। इसके साथ ही जिस तरह से खाद्य पदार्थों को सुरक्षित रखने के स्थान पर और खराब किया जा रहा है। ऐसे अधिकारियों को दंडित किए जाने की जरूरत है।
रखे रखे 100 से अधिक गोदामों का सड गया गेहूं
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