गणपति बप्पा मोरया, मंगल मूरती मोरया…’ इसी गूंज के साथ कल यानी 7 सितंबर को भगवान गणेश हमारे घरों में विराजने वाले हैं. द्रिक पंचांग के अनुसार, इस साल 07 सितंबर, शनिवार को गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाएगा. इस दिन गणेशजी की पूजा-आराधना का बड़ा महत्व है. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट के अनुसार इस बार गणेश चतुर्थी के अवसर पर रवि योग सुबह 06:02 बजे से बन रहा है. इस योग में सभी प्रकार के दोष मिट जाते हैं. वहीं सर्वार्थ सिद्धि योग भी दोपहर 12:34 बजे से बनेगा. गणेश चतुर्थी पर जहां देशभर में जमकर जश्न मनाया जाता है, वहीं महाराष्ट्र समेत कई इलाकों में इस दिन गणपति बप्पा की प्रतिमा घर लाने का भी रिवाज है. लोग गणेश जी को अपने घर धूम-धाम के साथ लाते हैं और फिर उनकी सेवा करने के बाद विदाई करते हैं. गणेश चतुर्थी के इस मौके पर संगीत के माध्यम से भगवान गणेश को खुश करना चाहते हैं तो आप ये गणेश जी का भजन जरूर गाएं.
ईश्वर की आराधना में संगीत और भजनों का बहुत महत्व होता है. यही वजह है कि हम भगवान की आराधना के लिए आरतियां गाते हैं. इतना ही नहीं, हमारे अधिकांश ग्रंथ काव्य रूप में ही लिखे गए हैं ताकि उनमें एक लय हो, और उन्हें गा-गाकर सुना और सुनाया जा सके. आज हम आपको गणेश जी एक एक भजन बता रहे हैं, जिसे आप इस चतुर्थी पर गा सकते हैं. इस भजन की सबसे विशेष बात ये है कि इसमें गणेश जी के साथ हनुमान जी का भी स्मरण किया गया है. ऐसे में शनिवार के दिन पड़ रही इस गणेश चतुर्थी के दिन ये भजन आपको जरूर गाना चाहिए.
गणेश चतुर्थी स्पेशल भजन
गाओ रे गणेश मनाओ हनुमाना
यह दोनों देव बड़े बलवाना…
गणपति तो माता गोरा ने जाए
अंजनी ने जाए वीर हनुमाना…
ताल तलैया मेरे गणपत नहावे
गंगा में गोता लगाया हनुमाना…
पीला पीतांबर मेरे गणपत पहने
लाल लंगोटा पहने हनुमाना…
लड्डू मोदक मेरे गणपत को भावे
रोठ चूरमा खावे हनुमाना…
रिद्धि सिद्धि मेरे गणपत लावे
रोग दोष संकट काटे हनुमाना…
अटके काम मेरे गणपत बनावे
बेड़ा पार लगा दे हनुमाना…
ये भजन ‘गीतों की सरगम’ नाम के इंस्टाग्राम अकाउंट द्वारा शेयर किया गया है. आप सब को हमारी तरफ से गणेश चतुर्थी की ढेर सारी शुभकामनाएं.