DTC अपनी E-BUS की निगरानी के लिए एक ऐप लाएगी। जिसके माध्यम से इन बसों पर नजर रखी जा सकेगी। इसके लिए DTC ने कुछ माह पहले टेंडर जारी किया था, जो सफल रहा है। एक कंपनी को काम मिल गया है। कंपनी 01 अक्टूबर से अपना काम शुरू करेगी। आगे चलकर इस व्यवस्था को One Delhi App से भी जोड़ा जा सकेगा। जिससे स्टॉप पर पहुंचने से पहले यात्रियों को बसों के बारे में सटीक जानकारी मिल सकेगी। किस रूट की बस उनके बस स्टॉप पर कितने बजे आएगी और बस अभी कहां पर है, यात्री इससे रहेंगे अपडेट। डिपो से बस के निकलने व बस स्टॉप पर सवारियों को बैठाने और उतारने की जानकारी अधिकारियों को मिलेगी। इसके अलावा ऐसे चालक भी पकड़ में आएंगे जो बस रोके बिना ही स्टाप के सामने से निकल जाते हैं।
DTC Bus के बेडे़ में आ रहीं E-BUS किलोमीटर स्कीम के तहत आ रही हैं। बसें प्राइवेट कंपनियों की हैं। DTC उन्हें प्रति किलोमीटर के हिसाब से भुगतान करेगी। बसों का संचालन बेहतर तरीके से हो सके इसके लिए उनकी निगरानी जरूरी है। निजी कंपनियों और DTC के बीच कई मुद्दे रहेंगे। मुख्य मुद्दा रहेगा कि बसें कितने किलोमीटर चलीं उसी हिसाब से कंपनी को किराये का भुगतान किया जाएगा। कितने बजे डिपो से निकली है, रास्ते में बसें कितना समय लेती हैं और कितनी बसें डिपो में पहुंची हैं, कहां कहां बस द्वारा नियमों का उल्लंघन किया गया। इस सब पर ऐप से नजर रहेगी। नियमों का उल्लंघन करने पर बसों पर ऑनलाइन ही जुर्माने का नोटिस भी संबंधित कंपनी के पास पहुंच जाएगा। DTC के पास अभी 1600 E-BUS हैं। आने वाले समय में इन बसों को बढ़ाए जाने की संभावना है। इसे लेकर DTC निगरानी व्यवस्था को लेकर गंभीर हो गई है।