मध्यप्रदेश की कुल 29 लोकसभा सीटों के मतों की गिनती मंगलवार चार जून को सुबह आठ बजे से शुरू की जाएगी। थ्री लेयर सुरक्षा व्यवस्था के बीच काउंटिंग की जाएगी। काउंटिंग स्थल पर केंद्रीय एजेंसी तैनात रहेगी। साथ ही दस हजार पुलिस बल की तैनाती रहेगी। स्ट्रांग रूम के चारो तरफ सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जा रही है। वहीं, खरगोन का परिणाम सबसे पहले और भोपाल का सबसे आखरी में आने की संभावना है। यह जानकारी मध्यप्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस दी।अनुपम राजन ने बताया कि काउंटिंग हाल में कैलकुलेटर, मोबाइल, आईपैड लाने पर रोक रहेगी है। कैलकुलेटर का उपयोग केवल अधिकारी कर पाएंगे। खास बात यह है कि काउंटिंग करने वाले व्यक्ति को चार जून को पता लगेगा कि किस टेबल में काउंटिंग करना है।
छिंदवाड़ा लोकसभा सीट के प्रत्याशी नकुलनाथ की मांग पर निर्वाचन आयोग ने कहा कि 116 केंद्रीय ऑब्जर्वर पूरे प्रदेश पर नियुक्त किए गए हैं। जो की हर टेबल पर मौजूद रहेंगे। छिंदवाड़ा लोकसभा सीट के लिए तीन केंद्रीय ऑब्जर्वर नियुक्त किए गए है। राजन ने बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान मध्यप्रदेश में 35,211 वोटर्स जिनकी उम्र 85 साल से ज्यादा है। उन्होंने होम वोटिंग की। प्रदेश में 12,816 विकलांगों ने घर से मतदान किया। वहीं, 1432 घर से मतदान करने वाले मतदाता और 37,573 सर्विस वोटर्स ने लोकसभा चुनाव में अपनी भागीदारी दिखाई।अनुपम राजन ने बताया कि काउंटिंग राउंड के बारे में बताया कि सबसे ज्यादा 24 राउंड पवई विधानसभा में होंगे और सबसे कम कम दतिया में जहां 12 राउंड में काउंटिंग होगी। जानकारी के अनुसार, सबसे अधिक पोस्टल बैलेट भिंड में है, जिसकी संख्या 8,349 है। वहीं, दमोह में सबसे कम 2,154 पोस्टल बैलेट है।