अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने चार साल के लंबे इंतजार के बाद क्षुद्रग्रह बेन्नु से कीमती धूल के नमूनों वाले कनस्तर को खोल दिया है।
साल 2016 में नासा की टीम ने क्षुद्रग्रह बेन्नू के नमूनों को लाने के लिए अंतरिक्ष में उड़ान भरी थी। ये नमूने सोना और चांदी से भी ज्यादा कीमती हैं।
नासा की टीम ने 750 ग्राम के इस नमूनों को धरती पर लाने के लिए 96 अरब से ज्यादा रुपए खर्च किए थे। क्षुद्रग्रह बेन्नू के ये नमूने 4.6 अरब साल पुराने बताए जा रहे हैं।
इन नमूनों से इस बात का पता लग सकता है कि धरती पर जीवन की शुरुआत कैसे हुई थी।
एक बड़ी वैज्ञानिक सफलता में अमेरिकी की अंतरिक्ष एजेंसी नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) ने आखिरकार क्षुद्रग्रह बेन्नू से कीमती धूल के नमूनों वाले एक कनस्तर को खोल दिया है।
यह उपलब्धि नासा के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की कड़ी मेहनत का नतीजा है।
नासा ने 8 सितंबर 2016 को OSIRIS-REx की अंतरिक्ष में उड़ान भरी थी, जो क्षु्द्रग्रह बेन्नू पर दो साल बाद 3 दिसंबर 2018 में पहुंचा था।
दो साल तक बेन्नू का अध्ययन करने के बाद यह 2020 में अध्ययन करने के लिए क्षुद्रग्रह के नजदीक पहुंचा।
सितंबर 2023 में यान यूटा रेगिस्तान में उतरा था। यान में नासा के ओसिरिस-रेक्स अंतरिक्ष यान ने बेन्नू के धूल भरे नमूने की सतह से एकत्र किए थे।
महीनों के सावधानीपूर्वक काम के बाद, नासा की टीम ने को कंटेनर खोलने की अनुमति मिल गई है। इस घोषणा के बाद नासा की टीम ने ट्विटर पर घोषणा की, “यह खुल गया है!”
नासा के अनुसार, क्षुद्रग्रह बेन्नू के नमूने निकाल लिए गए हैं। यान से प्राप्त सामग्री में लगभग 0.4 इंच (एक सेमी) आकार तक की धूल और चट्टानें मिली हैं।
जानकारी के अनुसार, नासा की क्यूरेशन टीम इस साल के अंत में क्षुद्रग्रह बेन्नू के नमूनों की एक सूची जारी करेगी।