जेनेबा। तालिबान ने प्रतिबंधों के जरिए जानबूझकर अफगानिस्तान में 14 लाख लड़कियों को स्कूल जाने से वंचित कर दिया है। संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि अफगानिस्तान दुनिया का एकमात्र देश है, जहां महिलाओं को शिक्षा हासिल करने पर प्रतिबंध है।
2021 में सत्ता हासिल करने वाले तालिबान ने लड़कियों के छठी कक्षा से ज्यादा पढ़ाई करने पर प्रतिबंध लगा दिया है क्योंकि उसका मानना है कि यह शरिया या इस्लामी कानून की व्याख्या के अनुरूप नहीं है। यूनेस्को ने कहा कि तालिबान ने सत्ता में आने के बाद कम से कम 14 लाख लड़कियों को माध्यमिक शिक्षा से वंचित कर दिया है। यूनेस्को के अनुसार अप्रैल 2023 में हुई पिछली गणना के बाद से इसमें तीन लाख की बढ़ोतरी हुई है।
यूनेस्को ने कहा कि यदि हम उन लड़कियों को जोड़ लें जो प्रतिबंध लागू होने से पहले से स्कूल नहीं जा रही थीं, तो अफगानिस्तान में करीब 25 लाख लड़कियां शिक्षा के अधिकार से महरुम यानी वंचित हैं। इस हिसाब से अफगानिस्तान में 80 फीसदी लड़कियां शिक्षा से दूर हैं। तालिबान की ओर से इसपर कोई टिप्पणी नहीं की गई है।
तालिबान ने 14 लाख लड़कियों को नहीं जाने दिया स्कूल
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