पहले आर्थिक संकट और चुनाव में धांधली के आरोपों में घिरे पाकिस्तान पर एक और संकट छाने के आसार हैं।
खबर है कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ या PTI के संस्थापक इमरान खान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष को पत्र लिखने की तैयारी कर रहे हैं।
इसके जरिए इमरान मांग उठाएंगे कि चुनाव के ऑडिट के बाद ही पाकिस्तान को लोन जारी किया जाए।
हाल ही में पीटीआई नेता अली जफर ने जेल में इमरान से मुलाकात की थी। इसके बाद उन्होंने पत्रकारों को बताया कि पाकिस्तान में हुई चुनाव धांधली के बारे में IMF को बताया जाएगा।
उन्होंने दावा किया कि ‘जनादेश’ को चुरा लिया गया, क्योंकि जो लोग 8 फरवरी की रात को हार रहे थे, उन्हें अगले दिन 8 फरवरी को विजेता घोषित कर दिया गया।
जफर का कहना है कि इस पत्र के जरिए पीटीआई चुनाव में धांधली की जांच के लिए स्वतंत्र ऑडिट टीम भेजे और इसके बाद कर्ज जारी करे।
जफर का कहना है कि यूरोपीय संघ और अन्य संगठनों का चार्टर है कि किसी देश को कर्ज देने के लिए वहां का शासन अच्छा होना जरूरी है।
उन्होंने कहा, ‘चुनाव से पहले हुई धांधली को तो छोड़िए। चुनाव के बाद हुई छेड़छाड़ के जरिए पीटीआई के जीत रहे उम्मीदवारों से जीत छीन ली गई।’
बीते साल ही पाकिस्तान को IMF से 3 बिलियन डॉलर का लोन मिला था। इधर, लंबी गहमागहमी के बाद पाकिस्तान में पीएमएल-एन और पीपीपी गठबंधन की सरकार बनाने के लिए तैयार हो गए हैं।
तय सियासी डील के तहत पूर्व प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को पीएम उम्मीदवार बनाया जाएगा और आसिफ अली जरदारी राष्ट्रपति बनेंगे।