Home राज्यछत्तीसगढ़ रायगढ़ कलेक्ट्रेट में त्रिपुरा की एक महिला ने लव जिहाद की शिकायत की, पति ने बच्चा होने तक छुपाए रखा धर्म

रायगढ़ कलेक्ट्रेट में त्रिपुरा की एक महिला ने लव जिहाद की शिकायत की, पति ने बच्चा होने तक छुपाए रखा धर्म

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रायगढ़

लव जिहाद का एक और मामला सामने आया है। त्रिपुरा की रहने वाली पीड़िता ने रायगढ़ जिला मुख्यालय पहुंचकर लिखित शिकायत की। पीड़िता का कहना है कि सोशल मीडिया पर गुलशन नामक शख्स से उसकी पहचान हुई थी। गुलशन ने खुद को हिंदू बताकर शादी की। पोल तब खुली जब वह महिला को जम्मू-कश्मीर में अपने गांव ले गया। वहां उसे पता चला कि जिस युवक के साथ वह रह रही थी, वह मुस्लिम है। महिला अपनी सुरक्षा को लेकर रायगढ़ कलेक्टर से गुहार लगाने कलेक्टर कार्यालय पहुंची थी। युवती ने पत्रकारों से कहा कि आरोपित उसे लगातार धमकी दे रहा है। उसने न्याय न मिलने पर आत्महत्या की धमकी दी है।

त्रिपुरा की दिलरुबा त्रिपो राम बताती है कि वह रायगढ़ में एक स्कूल में एक एनजीओ के माध्यम से टीचर है। उससे धोखा देकर शादी रचाई गई, जब सच्चाई समाने आई तो वह वहां से जान बचाकर यहां आई है। बावजूद इसके उसे आए दिन जान से मारने की धमकी मिल रही है। वह जान और सम्मान की रक्षा के लिए शिकायत लेकर रायगढ़ के दो थाने पर जा चुकी है, जहां उसकी एफआईआर नहीं लिखी गई है। वह 7 दिन से भूखी प्यासी अपने बच्चे को लेकर जंगल में घूमी । अब कलेक्टर के पास न्याय मांगने आई है। महिला ने बताया कि कि वह मुख्यमंत्री से भी संपर्क करना चाह रही थी पर नहीं हो पाया।

पीड़िता ने कलेक्टर को सौंपे अपने शिकायती पत्र में कहा कि चार साल पहले ऑनलाइन माध्यम से उसका युवक से परिचय हुआ था। उसने अपना नाम गुलशन मनहस निवासी जम्मू बताता था। छह-सात महीने मोबाइल से बातचीत करते-करते उसे उससे लगाव हो गया था। जून 2021 में गुलशन उसे चेन्नई लेकर गया, जहां मंदिर में हिंदू रीति-रिवाज से शादी की। इसके बाद दोनों साथ रहने लगे। जब पीड़िता ने गुलशन के परिवार के बारे में पूछा तो हर बार वह बात को घुमा दिया करता था। बस इतना बोलता था कि ‘मैं अच्छा इंसान हूं, मैं तुम्हें किसी रूप में धोखा नहीं दिया।’ इसी बीच 7 दिसंबर 2022 को पीड़िता ने चेन्नई अस्पताल में एक पुत्र को जन्म दिया, जिसका नाम उन्होंने गुरदीप रखा।

चार महीने के आसपास हुआ तब गुलशन उसे जम्मू कश्मीर लेकर गया। पीड़िता के अनुसार वह पहली बार गई थी। इस दौरान गुलशन ने उसे बताया कि इस गांव का नाम कांदी है। गुलशन के घर से जाने के बाद उनके घर में लोगों का चाल चलन, रहन-सहन देखकर पीड़िता को शक हुआ कि ये हिंदू नही हैं। इस बीच वह आसपास में हिंदू परिवारों से गुलशन के बारे में जानकारी लेने का प्रयास में जुटी, तब उसे जानकारी हुई कि गुलशन का वास्तविक नाम रियाज अहमद पुत्र अहमद दीन है। जैसे ही पीड़िता को इस बात की जानकारी हुई उसने गुलशन से कहा कि तुम मुस्लिम हो और झूठ बोलकर विवाह क्यों किया।

इसके बाद गुलशन, उसके परिजन, आसपास के कुछ मुस्लिम परिजनों के अलावा मौलवियों ने उसे इस्लाम स्वीकार करने के लिये कहा। उसके साथ मारपीट की गई। पीड़िता ने बताया कि उससे कहा गया, ‘इस्लाम अपना लो नहीं तो जीते जी तुम्हें मार दूंगा, तुम्हारे बच्चे की जान ले लूंगा और तुम जीवन भर इसी कैद में सड़ोगी।’ जब पीड़िता ने उनकी बात नहीं मानी, तब उसका खाना-पानी बंद कर दिया गया।

पीड़िता ने शिकायत में यह भी बताया कि उसने अपने बच्चे को लेकर कई बार वहां से निकलने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो पा रही थी। एक दिन जब उसके पास 265 रुपये थे, तब गुलशन के घर से कुछ कपड़े लेकर निकल गई और वहां से भागकर दिल्ली और फिर बार राजस्थान गई। लेकिन इस दौरान गुलशन मोबाइल की लोकेशन पता करके उससे बात कर बच्चे के बारे में ब्लैकमेल कर उसका पता लगा लेता था और वापस ले जाता था।

इस बीच लगभग पांच महीने तक उसका और उसके बच्चे का घर से निकलना बंद करा दिया गया। लड़की ने किसी तरह अपने मां-बाप से त्रिपुरा में संपर्क किया और त्रिपुरा चली आई। त्रिपुरा में उसका संपर्क किसी एनजीओ चलाने वाले हुआ जिसने जिसने उसे छत्तीसगढ़ में रायगढ़ जिले में सरिया थाना के भीखमपुरा में एक स्कूल में टीचर की नौकरी दिला दी । वह आज छत्तीसगढ़ में एक टीचर की नौकरी कर रही है। लेकिन महिला का भय बना हुआ है कि उसे और उसके बच्चे को जान से न मार दें और उसे मुस्लिम न बना दे। इसलिए महिला ने रायगढ़ कलेक्टर को अपनी आप बीती पत्र के माध्यम से बताई। समय मिलने पर रायगढ़ जिला मुख्यालय पहुंचकर गुलशन उर्फ रियाज अहमद पुत्र अहमद दीन के खिलाफ शिकायत करते हुए कार्रवाई की गुहार लगाई है। कलेक्टर ने उसे समुचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

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