Home राज्यछत्तीसगढ़ जांजगीर में थाईलैंड के प्रसिद्ध अरुण देव मंदिर की तरह 160 फीट ऊंचा भव्य पंडाल तैयार

जांजगीर में थाईलैंड के प्रसिद्ध अरुण देव मंदिर की तरह 160 फीट ऊंचा भव्य पंडाल तैयार

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जांजगीर-चांपा
थाईलैंड के विश्व प्रसिद्ध भगवान अरुण देव मंदिर का नजारा इस बार नैला दुर्गा उत्सव में देखने को मिलेगा। यहां 160 फीट का भव्य प्रवेश द्वार वाला पंडाल बनाया जा रहा है। यहां बुर्ज खलीफा दुबई फेम भव्य लाइटिंग और लेजर शो मुख्य आकर्षण होगा। इस बार मां दुर्गा पांच विशाल शेरों के स्वर्ण रथ पर सवार होंगी। पंडाल को अंतिम रूप देने के लिए कारीगर दिन-रात काम कर रहे हैं। श्री श्री दुर्गा उत्सव समिति नैला का प्रसिद्ध दुर्गा उत्सव इस बार स्टेशन के सामने न होकर अग्रसेन भवन नैला के सामने होगा। थाईलैंड के अरुण देव मंदिर की तर्ज पर बनने वाले पंडाल में इस बार मां जगदंबा विराजमान होंगी। इसके लिए अग्रसेन भवन नैला के सामने 160 फीट का विशाल पंडाल तैयार किया जा रहा है।

इस बार विश्व में शांति का संदेश लेकर आ रही नई सुबह के प्रतीक थाईलैंड के विश्व प्रसिद्ध भगवान अरुण देव मंदिर का नजारा नैला दुर्गा उत्सव में देखने को मिलेगा। अरुण देव मंदिर की तरह ही यहां भव्य प्रवेश द्वार के साथ 160 फीट ऊंचा पंडाल बनाया जा रहा है। खूबसूरत लाइटों से इसकी भव्यता देखने लायक होगी। यहां विशाल पंडाल में रत्नजड़ित स्वर्ण सिंहासन पर मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। प्रतिमा के ऊपर विशेष छत्र बनाया जाएगा, जिसके नीचे मां दुर्गा स्वर्ण सिंहासन पर विराजमान होंगी। नैला का दुर्गा उत्सव इतना प्रसिद्ध है कि इसे देखने के लिए कई राज्यों से श्रद्धालु यहां आते हैं। इसे देखने के लिए प्रदेश ही नहीं बल्कि मध्यप्रदेश, उड़ीसा, बिहार, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, झारखंड, पश्चिम बंगाल समेत कई पावन राज्यों से भी श्रद्धालु बड़ी संख्या में आते हैं।

ऐतिहासिक नैला दुर्गा उत्सव का आयोजन हर साल रेलवे स्टेशन के सामने होता आ रहा है, लेकिन इस बार रेलवे ने इस स्थान पर गार्डन बना दिया है, इसलिए अग्रसेन भवन के सामने दुर्गा उत्सव का आयोजन होगा, जिसके लिए भव्य पंडाल को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इस साल स्थल परिवर्तन के बावजूद इस आयोजन की भव्यता बरकरार रहने की उम्मीद है, पिछले कुछ सालों में देश के कोने-कोने से लोग यहां माता रानी के दर्शन के लिए आते हैं। विशेष लाइट से रात में अरुण देव मंदिर की भव्यता और अधिक मनमोहक और आकर्षक होगी। पिछले 41 सालों से यहां मां दुर्गा की मूर्ति स्थापित की जा रही है। साल 2009 से हर बार नया रूप देखने का प्रयास किया जा रहा है। इस आयोजन की चर्चा देश के कोने-कोने में होती है, हर साल सिक्के, सोना-चांदी, अमेरिकन डायमंड रत्न जड़ित मूर्ति, नारियल की मूर्ति, महेशपति साम्राज्य पंडाल समेत नया आकर्षण होता है। भव्य आयोजन की तैयारियां श्री श्री दुर्गा उत्सव समिति द्वारा की जा रही है।

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