भारत के प्रधान न्यायाधीश (CJI) डी वाई चंद्रचूड़ सुप्रीम कोर्ट (SC) में दिए गए अपने अहम फैसलों और टिप्पणियों के लिए जाने जाते हैं। हालांकि सुप्रीम कोर्ट के अलावा, उनकी व्यक्तिगत जिंदगी से भी जुड़े कई किस्से चर्चा का विषय रहते हैं।
भारतीय न्यायपालिका के रक्षक होने के नाते लोग अपने CJI के बारे में जानना चाहते हैं। इस बीच खुद चंद्रचूड़ ने अपनी जिंदगी के अहम पहलुओं के बारे में बात की है।
सुबह कब उठते हैं मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़
मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि उनके लिए एक सामान्य दिन की शुरुआत सुबह 3.30 बजे होती है।
मुख्य न्यायाधीश ने कहा, “सुबह 3.30 बजे वातावरण शांत होता है। उस समय मैं चीजों पर विचार कर सकता हूं और योग कर सकता हूं। मैं 25 साल से योग कर रहा हूं।”
CJI का सबसे अच्छा दोस्त कौन, वेज या नॉन-वेज?
मुख्य न्यायाधीश ने कहा, उनकी सबसे अच्छी दोस्त उनकी पत्नी कल्पना दास हैं। उन्होंने कहा कि वे अपनी पत्नी के साथ आयुर्वेदिक डाइट (आहार) लेते हैं।
मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने कहा, “हम दोनों शाकाहारी हैं, और हमारी जीवनशैली पौधों पर आधारित है। मुझे लगता है कि हम जो भी खाते हैं उसका असर हमारे मस्तिष्क पर पड़ता है।
मुझे लगता है कि आपकी फिटनेस आपके भीतर से, आपके दिमाग से, आपके दिल से आती है। आप जितना चाहें उतनी फिट रह सकते हैं।”
CJI ने बताया, “मेरा जीवन अन्य लोगों के जीवन से अलग नहीं है। इसमें उतार-चढ़ाव आते हैं। मैंने दूसरों की तरह जीवन के कई पहलू देखे हैं। किसी भी समस्या से उबरने की उम्मीद हमेशा रखनी चाहिए। यह समझना महत्वपूर्ण है कि हर कठिनाई का एक उद्देश्य होता है। आपको तब इसके बारे में पता नहीं चलेगा, लेकिन बाद में पता चलेगा।”
CJI को साबूत अनाज नहीं पसंद
मुख्य न्यायाधीश ने स्वस्थ भोजन के बारे में भी कुछ सुझाव दिए। उन्होंने कहा, “मैं साबूत अनाज नहीं बल्कि रामदाना (अमरनाथ) खाना पसंद करता हूं। महाराष्ट्र में उपवास के दिनों में साबूदाना की खिचड़ी बनाई जाती है, इसलिए मैं रामदाना खाता हूं। मैं पिछले 25 सालों से हर सोमवार को उपवास कर रहा हूं। रामदाना महाराष्ट्र में खूब खाया जाता है। यह बहुत हल्का भोजन है और स्वास्थ्यप्रद खाद्य पदार्थों में से एक है।”
क्या मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ का भी कोई चीट डे होता है? इसके जवाब में उन्होंने कहा, “हां, मुझे अपने चीट डे पर आइसक्रीम पसंद है।” उन्होंने कहा, “अगर आप अपने मन पर नियंत्रण रखेंगे तो आपकी आधी मुश्किलें हल हो जाएंगी।”
मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने नवंबर 2022 में CJI का कार्यभार संभाला था। उनका कार्यकाल दो साल का है। उनके पिता, मुख्य न्यायाधीश वाईवी चंद्रचूड़, भारत के सबसे लंबे समय तक सेवारत मुख्य न्यायाधीश थे।